Lafz Anmol Vichar

लफ्ज़ और उनको बोलने​ का लहज़ा ही होते हैं​ इंसान का आईना, शक्ल का क्या है​ वो तो उम्र और हालात के साथ,​ अक्सर ‘बदल’ जाती है।