Taare Chale Gye

रात गई तो तारे चले गए,
गैरों से क्या गिला जब हमारे चले गए,
हम जीत सकते थे कई बाज़िया,
बस कुछ अपनों को जीताने के लिए हम हारे चले गऐ,