Watan Mere Shayari on 15 August
हम अपने खून से लिक्खें कहानी ऐ वतन मेरे,
करें कुर्बान हँस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे।
दिली ख्वाहिश नहीं कोई मगर ये इल्तिजा बस है…
- Independence Day Shayari
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हम अपने खून से लिक्खें कहानी ऐ वतन मेरे,
करें कुर्बान हँस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे।
दिली ख्वाहिश नहीं कोई मगर ये इल्तिजा बस है…