ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑफलाइन रहता हूं तो सिर्फ दाल-रोटी और परिवार की चिंता रहती है…
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ऑनलाइन होते ही
धर्म,
समाज और देश की चिंता होने लगती है।

विक्रम, जमशेदपुर