Dost Ko Dushman Sad Shayari
इज़हार-ए-इश्क़ उस से न करना था ‘शेफ्ता’,
ये क्या किया की दोस्त को दुश्मन बना दिया।
– शेफ्ता मुस्तफा खान
- Dosti Shayari
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इज़हार-ए-इश्क़ उस से न करना था ‘शेफ्ता’,
ये क्या किया की दोस्त को दुश्मन बना दिया।
– शेफ्ता मुस्तफा खान